देश के कई राज्य जहां बाढ़ की मार झेल रही है वहीं अब दिल्ली में भी यमुना नदी उफान पर है। पहाड़ी इलाकों में भारी बारिश और हथिनीकुंड बैराज से लगातार छोड़े जा रहे पानी के कारण यमुना नदी खतरे के निशान को पार कर चुकी है। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने आश्वासन दिया है कि सरकार किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है।मंगलवार देर रात यमुना का जलस्तर 206.45 मीटर दर्ज किया गया, जबकि खतरे का निशान 205.33 मीटर है। दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने हाई अलर्ट जारी करते हुए लोगों से नदी किनारे न जाने की अपील की है। खतरे को देखते हुए, नदी किनारे बनी झुग्गियों को खाली करवा लिया गया है। अब तक लगभग 4,500 लोगों को सुरक्षित निकालकर राहत शिविरों में पहुंचाया गया है। मयूर विहार, गीता कॉलोनी और पुराने लोहा पुल जैसे इलाकों में प्रशासन द्वारा लगाए गए टेंटों में इन लोगों के रहने, खाने-पीने और दवाइयों का इंतजाम किया गया है।दिल्ली सरकार ने बाढ़ से निपटने के लिए सभी विभागों को हाई अलर्ट पर रखा है। बता दे कि पानी का स्तर बढ़ने से रेल यातायात भी प्रभावित हो रहा है। निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को राहत कैंपों में पहुंचाया जा रहा है।प्रशासन द्वारा स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है।