अमेरिका एक बार फिर सरकारी शटडाउन की चपेट में आ गया है. 6 साल बाद एक बार फिर सरकारी कामकाज ठप हो गया है। मंगलवार आधी रात से अमेरिकी संघीय सरकार का ‘शटडाउन’ आधिकारिक तौर पर शुरू हो गया, क्योंकि अमेरिकी संसद सरकारी खर्चों के लिए जरूरी फंडिंग बिल को पास करने में नाकाम रही। सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, 2019 के बाद यह पहला मौका है जब अमेरिका में सरकारी कामकाज बंद हुआ है।
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की पार्टी को सीनेट में अस्थायी फंडिंग बिल पास कराने के लिए कम से कम 60 वोटों की जरूरत थी, लेकिन सिर्फ 55 वोट ही जुट पाए. यानी यह प्रस्ताव गिर गया. अब सरकार के पास जरूरी फंडिंग का विस्तार नहीं है और इसका सीधा मतलब है कि कई संघीय कामकाज रुक सकते हैं. अमेरिकी कानून के तहत जब तक बजट या अस्थायी फंडिंग बिल पास नहीं होता, तब तक ‘गैर-जरूरी’ सरकारी विभागों और सेवाओं को बंद करना पड़ता है. इस स्थिति को ही शटडाउन कहा जाता है।
पिछले दो दशकों में यह अमेरिका की पांचवीं बड़ी शटडाउन स्थिति बन सकती है। शटडाउन का मतलब है कि लाखों संघीय कर्मचारियों को या तो बिना वेतन के काम करना होगा या उन्हें बिना वेतन के छुट्टी पर भेज दिया जाएगा जब तक यह संकट खत्म नहीं होता, उन्हें वेतन नहीं मिलेगा। हालांकि, जीवन और संपत्ति की रक्षा के लिए महत्वपूर्ण मानी जाने वाली सेवाएं जारी रहेंगी।
लेकिन पिछले शटडाउन में आव्रजन (इमिग्रेशन) सुनवाई रद्द हो गई थी और घर खरीदारों व छोटे व्यवसायों को मिलने वाले संघीय ऋण में देरी हुई थी। रिपब्लिकन नेताओं ने कहा है कि वे सीनेट में हर दिन अपने फंडिंग प्लान पर वोटिंग कराते रहेंगे, जब तक कि पर्याप्त डेमोक्रेट्स सरकार को फिर से खोलने के लिए सहमत नहीं हो जाते।