NRI सांझ, अयोध्या (4 जनवरी)
अयोध्या में रामलला की झलक पाने को हर कोई बेताब है। तैयारियां आखिरी चरण में हैं। अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को मात्र 18 दिन ही शेष बचे हैं। देश विदेश से लोग अभी से पहुंचने शुरु हो चुके हैं और अयोध्या में अभी से काफी भीड़ नजर आ रही है। कार्यक्रम के मुख्यातिथि पीएम नरेंद्र मोदी होगें। बताया जा रहा है कि जिस दिन रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होगी। उस दिन पीएम मोदी उपवास रखेगें और सरयू नदी में स्नान भी कर सकते हैं। बता दें जब अयोध्या में मंदिर का निर्माण शुरु करना था तब पीएम मोदी ने राम मंदिर के भूमि पूजन के दौरान भी व्रत रखा था।
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केवल 5 लोग ही प्राण प्रतिष्ठा में रहेगें मौजूद
अयोध्या में जब राम लला की प्राण प्रतिष्ठा होगी तो मंदिर के अंदर केवल पीएम नरेंद्र मोदी, सीएम योगी, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, संघ प्रमुख मोहन भागवत और अनुष्ठान के आचार्य मौजूद रहेगें। जानकारी के अनुसार प्राण प्रतिष्ठा का शुभ मुहूर्त 1 मिनट 24 सेकेंड का है। यह 12.29 मिनट 8 सेकेंड से मूल मुहूर्त होगा, जो 12.30 मिनट और 32 सेकेंड तक चलेगा। 16 जनवरी से प्राण-प्रतिष्ठा के आयोजन शुरू हो जाएंगे। वहीं अयोध्या के हनुमत निवास के महंत मिथिलेश नंदनी शरण ने बताया- प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम में हिस्सा लेने वाले यजमान के लिए पवित्र नदी में स्नान करना जरूरी होता है।
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100 किलो सोने की परत चढ़ाई जाएगी
अयोध्या में राम मंदिर के अंदर कुल 46 दरवाजे हैं। जिसमें से 42 दरवाजों पर सोने की परत चढ़ाई जा रही है। जिसका कुल वजन 100 किलो के करीब बताया जा रहा है। मंदिर के गर्भग्रह का दरावाजा सबसे लंबा और चौड़ा है यानि 8 फुट उंचा और 12 फीट चौड़ा। इन दरवा4जों पर नक्काशी के दौरान तांबे की परत चढ़ाई गई है। रामलला जिस सिंहासन पर विराजमान होगें। वह सिहांसन भी सोने का ही होगा। इस काम को पूरा करने की आखिरी तारीख 15 जनवरी निर्धारित की गई है। चरण पादुकाओं पर 1 किलो सोना और 7 किलो चांदी चढ़ाई जा रही है। वहीं अयोध्या में 70 एकड़ में राम मंदिर परिसर में 13 अन्य मंदिर बनाए जाएंगे। इनमें भगवान सूर्य, भगवान शिव, माता भगवती, गणपति, हनुमान जी के अलावा अन्नपूर्णा देवी के मंदिर, ऋषि वाल्मीकि, वशिष्ठ, विश्वामित्र, अगस्त्य, शबरी, निषाद राज और अहिल्या का मंदिर होगा।