NRI SANJH Jalandhar (30 APRIL)
पंजाब की आईपीएस दंपती की चार साल की बेटी की मौत हो गई है। फतेहगढ़ साहिब की एसएसपी रवजोत ग्रेवाल और जगराओं के एसएसपी नवनीत बैंस की चार वर्षीय बेटी नायरा का मंगलवार सुबह निधन हो गया। सूत्रों के अनुसार, बच्ची के गले में खाना फंसने के कारण उसकी जान गई है।
जानकारी के अनुसार खाना खाते समय बच्ची के गले में खाना फंस गया था। जिस कारण उसे सांस लेने में परेशानी होने लगी। पता चलते ही बच्ची को तुरंत मोहाली के प्राइवेट अस्पताल में ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। बच्ची का अंतिम संस्कार मोहाली के इंडस्ट्रियल एरिया फेज-7 के श्मशान घाट में किया जाएगा।
छोटे बच्चे के लिए जानलेवा गले में खाना फंसना
एक्सपर्ट के अनुसार, जब हम खाना खाते हैं तो भोजन मुंह से अंदर फूड पाइप की ओर जाता है। और फूड पाइप से खाना पेट में जाता है, लेकिन कई बार जब हम सांस लेते हैं हंसते हैं या फिर खाना खाते समय बात करते हैं तो भोजन फूड पाइप की बजाय विंड पाइप यानि ट्रेकिया में फंस जाता है। विंड पाइप में खाना फंसने पर सांस लेने में दिक्कत होती हैं जो कई बार इतनी ज्यादा बढ़ सकती हैं कि व्यक्ति की जान भी जा सकती हैं। खासकर छोटे बच्चों के लिए ये जानलेवा हो सकता है।
1 से 5 साल के बच्चे को खाना खिलाते समय पेरेंट्स और उनकी टेक केयर करने वाली नैनी को खास ध्यान रखना चाहिए।
बच्चे को छोटी-छोटी बाइट खाने के लिए दें और अच्छे से चबाकर खाने के लिए कहे। बच्चे को लेटकर खाना ना खाने दें।
खाना खाते समय बोलने या मोबाइल देखने की आदत ना डालें। खाना गले में फंस जाता है और खांसी आने लगती है। खाना खाते समय बात करने और टीवी फोन देखने से खाना अटकने के चांस बढ़ जाते हैं। अगर सांस नली में खाना फंस जाए तो सांस लेने में भी मुश्किल आती है।
अगर कभी बच्चे के गले में खाना अटक जाए तो मुंह खोले और देखें अगर आपको फंसी हुई चीज दिखती हैं उंगली के साथ उसे बाहर निकाल दें। यदि गले में अटका खाना नहीं दिखता तो बच्चे को अपने हाथ पर तिरछी स्थिति में उल्टा कर दें। फिर खाने को बाहर निकालने के लिए बच्ची की पीठ थपथपाएं। अगर आराम ना मिले तो तुरंत डॉक्टर के पास जाए।