चंडीगढ़ में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने हरियाणा के दिवंगत आई.पी.एस. अधिकारी वाई. पूरन कुमार के परिवार से मिले। परिवार के साथ लगभग एक घंटा बिताने के बाद, राहुल गांधी ने राज्य सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार शोकाकुल परिवार से किए गए वादों को पूरा करने में विफल रही है।
राहुल गांधी ने मांग की कि सरकार परिवार की मांगों को तुरंत स्वीकार करे ताकि वे पूरन कुमार का अंतिम संस्कार कर सकें। उन्होंने कहा कि यह केवल एक परिवार का नहीं, बल्कि देश के करोड़ों दलित भाई-बहनों का मामला है।राहुल गांधी ने मीडिया से कहा कि “यह बिल्कुल स्पष्ट है कि इस दलित दंपति को कुछ दिनों या हफ्तों से नहीं, बल्कि वर्षों से भेदभाव का सामना करना पड़ रहा है।”
उन्होंने हरियाणा के मुख्यमंत्री पर अपने वादे से मुकरने का आरोप लगाया और प्रधानमंत्री और राज्य सरकार से इस वादे को पूरा करने की अपील की। साथ ही सुसाइड नोट में जिन सभी अधिकारियों के नाम है, उन्हें तुरंत गिरफ्तार किया जाए क्योंकि परिवार पर “भारी दबाव” है और वे न्याय के हकदार है।राहुल गांधी ने कहा कि सरकार को परिवार की माँगें माननी चाहिए ताकि पूरन कुमार का अंतिम संस्कार सम्मान के साथ हो सके।
बता दे कि 2001 बैच के हरियाणा कैडर के आईपीएस अधिकारी वाई. पूरन कुमार ने 7 अक्तूबर को कथित तौर पर आत्महत्या कर ली थी। उन्होंने एक सुसाइड नोट छोड़ा है, जिसमें उन्होंने आठ सीनियर आईपीएस अधिकारियों पर जाति आधारित उत्पीड़न और दुर्व्यवहार का आरोप लगाया है।परिवार ने आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई होने तक पूरन कुमार का पोस्टमॉर्टम और अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया है।
इस बीच, राज्य सरकार ने डीजीपी शत्रुजीत कपूर को छुट्टी पर भेज दिया है और मामले की जाँच जारी है।हरियाणा डीजीपी को छुट्टी पर भेजे जाने का फैसला सोमवार की देर रात लिया गया. बताया जा रहा है कि आईपीएस सुसाइड केस के बाद हरियाणा डीजीपी को हटाने का प्रेशर नायब सिंह सैनी सरकार पर लगातार बन रहा था।